Batane ko jo bekarar hai wo bat batane do jara,
Mohabbat ka ikrar hume karne do jara,
Rakhenege tumhe apni jindgi apni jaan bana kar
Bas pyar ka izhaar karne do jara.
Aankho ki gehrai mein teri kho jana chahta hoon,
Aaj tujh bahon mein lekar so jana chahta hoon,
Tood kar hade mein aaj sari
Aapna tujh banana lena chahta hoon..
बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
हकीकत कहो तो उन्हें ख्वाब लगता है,
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है।
शिकवा करो तो उन्हें मज़ाक लगता है,
कितनी शिद्दत से हम उन्हें याद करते हैं,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब मजाक लगता है।
कमाल की चीज है ये मोहब्बत
अधूरी हो सकती है, पर कभी खत्म नही हो सकती
रिश्ते किसी से कुछ यूँ निभा लो
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो
इतना असर छोड़ दो किसी पर अपना
के हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो …
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो
इतना असर छोड़ दो किसी पर अपना
के हर कोई कहे हमें भी अपना बना लो …
Rishtey Kisi Se Kuch Yu Nibha Lo.
Ki Unke Dil Ke Sare Gam Chura Lo.
Itna Asar Chhod Do Kisi Par Apna.
Ke Har Koi Kahe Hame Bhi Apna Bana Lo.
Tum Door Ho Magar Dil Me Ye Ehsas Hota Hai.
Koi Hai Jo Har Pal Dil Ke Pas Hota Hai.
Yaad To Sab Ki Aati Hai Magar.
Tumhari Yaad Ka Ehsas Hi Kuch Khas Hota Hai.
जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें,
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये,
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें,
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें,
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें,
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।
जब यार मेरा हो पास मेरे, मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ,
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
लबों से छू लूँ जिस्म तेरा, साँसों में साँस जगा जाऊँ,
तू कहे अगर इक बार मुझे, मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना, या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
लबों से छू लूँ जिस्म तेरा, साँसों में साँस जगा जाऊँ,
तू कहे अगर इक बार मुझे, मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।
हर चेहरे में वो ही नज़र आते हैं..
उन्हें ये शिकायत है हमसे की हम हर किसी को देखकर मुस्कुराते हैं..
ना समझ हैं वो क्या जाने हमे तो हर चेहरे में वो ही नज़र आते हैं।
जानते है वो फिर भी अनजान बनते हैं..
इसी तरह वो हमे परेशान करते हैं..
पूछते है हमसे की आपको क्या पसंद है..
खुद जवाब होकर सवाल करते हैं।
दिन में कब भला रात की रानी ने फ़िज़ा महकाई है,
इसीलिए शायद शहर सोया और तेरी खुश्बू आई है..
शुभरात्रि ?
इसीलिए शायद शहर सोया और तेरी खुश्बू आई है..
शुभरात्रि ?
अपनी प्यारी आँखों मे छूपालो मुझको,
मोहब्बत तुम से हैं चुरालो मुझको,
धूप हो या सेहर तेरा साथ चलेंगे हम,
यक़ीन ना हो तो आज़मा लो मुझको,
तेरे हर दुख को सह लेंगे हंस के हम,
अपने वजूद की चादर बना लो मुझको,
ज़िंदगी भी तेरे नाम कर दी है हमने,
बस चंद लम्हे सीने से लगा लो मुझको!! ?
मोहब्बत तुम से हैं चुरालो मुझको,
धूप हो या सेहर तेरा साथ चलेंगे हम,
यक़ीन ना हो तो आज़मा लो मुझको,
तेरे हर दुख को सह लेंगे हंस के हम,
अपने वजूद की चादर बना लो मुझको,
ज़िंदगी भी तेरे नाम कर दी है हमने,
बस चंद लम्हे सीने से लगा लो मुझको!! ?
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