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राजनैतिक पार्टियां फोन करके पैसे देकर वोट खरीदने की बात कह रही हैं lok sabha elections



 Lok Sabha Elections



नमस्कार दोस्तों आप सभी का एक बार फिर से बहुत-बहुत स्वागत है हमारे ब्लॉग हेल्पर क्लब में दोस्तों आपके दिमाग में 11 अप्रैल की तारीख को सुनकर कुछ आ रहा होगा कुछ लोगों को पता भी नहीं होगा कि 11 अप्रैल को क्या होने वाला है तो चलिए तो थोड़ा सा हम इसके बारे में बता देते हैं फिर आपको मुद्दे की खबर पर ले जाएंगे जिससे  हम समझ जाएंगे कि हम इस ब्लॉग को क्यों लिख रहे हैं और इस खबर को आप को क्यों बता रहे हैं 




11 अप्रैल को क्या है ll Lok Sabha Elections Date




दोस्तों 11 अप्रैल को सात चरणों में मतदान होने वाले हैं और जैसे ही राजनीतिक पार्टियों को इसके बारे में खबर हुई है तो वह भी प्रचार प्रसार में लग चुकी हैं लेकिन हमारे सामने एक ऐसा मुद्दा आया है जो कि बहुत ही हैरान कर देने वाला है जो कि एक बार पहले भी अमेरिका के चुनाव में हो चुका है वही चीज भारत में भी हो रही है लेकिन लोगों को उसके बारे में जानकारी ना होने की वजह से वह इस पर ध्यान नहीं दे रही है 




अगर मैं अपनी बात बताऊं तो आज दोपहर के समय में मुझे एक कॉल आता है और जब मैं कॉल उठाता हूं तो कॉल पर मुझे एक आवाज सुनाई देती है जिस में बोला जाता है कि मतदान निकटतम आ गए हैं आपका वोट डालने का समय आ गया है और बोला जाता है कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीयों को चुनाव जीतने के बाद 75,000 रुपए देने का वादा किया है उसके बाद मुझको बोला जाता है कि अपना मतदान जरूर करें 




जब कॉल कट जाती है तो मेरे दिमाग में एक बात आती है की पहली चीज तो इन राजनीतिक पार्टियों को मेरा मोबाइल नंबर कहां से मिला क्योंकि कभी भी मैंने कांग्रेस को या कांग्रेस के किसी भी राजनेता को या कांग्रेस की किसी भी वेबसाइट पर मैंने अपना नंबर नहीं दिया ना ही मेरा उनसे कोई आपसी संबंध है 




दूसरा सवाल होता है कि इसमें जो मैसेज हमें दिया जा रहा है वह हमारे ध्यान को भटकाने के लिए किया जा रहा है क्योंकि इसमें इनडायरेक्टली यह बोला जा रहा है कि अगर हम चुनाव जीते तो आपको 75000 रु  दिए जाएंगे जोकि कांग्रेस की तरफ से होंगे 




अभी आप लोगों के दिमाग में कुछ प्रश्न आ रहे होंगे कि क्या ऐसी कॉल्स कांग्रेश के राजनेताओं के द्वारा की जा रही हैं तो मैं आपको इसका जवाब देना चाहूंगा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी किसी भी व्यक्ति को डायरेक्टली लालच देकर वोट देने के लिए नहीं बोल सकती 




अब मैं पिछले सवाल का जवाब देने की कोशिश करूंगा कि जो हमारा मोबाइल नंबर है वह इनके पास कैसे पहुंचा आपको याद होगा अमेरिका का चुनाव जिसमें फेसबुक फसा  था थोड़ी सी मै इस की कहानी बता देता हूं जिससे आप आसानी से समझ सको कि आपका नंबर इन राजनैतिक पार्टियों के साइबर सेल डिपार्टमेंट पर कैसे पहुंचा दोस्तों फेसबुक पर हम जो अपनी निजी जानकारी डालते हैं वह जानकारी फेसबुक ने एक कंपनी को बेच दी थी  फेसबुक ने जो डाटा बेचा था वह अमेरिका की कंपनी को बेचा था अमेरिका की उस कंपनी ने उस डाटा को एनालाइज कर के पॉलिटिकल पार्टियों को एक रिपोर्ट बना कर दी जिसमें क्लीयरली यह मेंशन था कि अमेरिका में जो चुनाव होने वाला है उन चुनाव में कितने लोग पार्टिसिपेट करने वाले हैं उन लोगों की पर्सनल डिटेल सारी दी गई थी फेसबुक के द्वारा इसी वजह से फेसबुक पर केस हुआ और फेसबुक एक बड़ी समस्या में फंस गया 




अब आती है बात भारत की भारत में भी चुनावी समय आ चुका है राजनीतिक पार्टियां यह जानना चाहती हैं कि हमारे देश में कितने लोग हैं कितने लोग मोबाइल यूज करते हैं कितने लोगों की कितनी कितनी इनकम है कितने लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 18  साल से ज्यादा है कितने लोग ऐसे हैं जो वोट देते हैं और उन लोगों की जरूरते क्या है और कैसे हम उन्हें अप्रोच कर सकते हैं कि आप हमें वोट दो 




अब यह सारी जानकारी इखट्टी  करने के लिए राजनैतिक पार्टियों को सोशल मीडिया वेबसाइट का सहारा लेना पड़ता है यह राजनैतिक पार्टियां बड़ी बड़ी सोशल साइड को पैसे देकर हमारे डाटा को खरीद लेते हैं जब इनके पास डाटा आ जाता है तो यह लोग इस डाटा को उन कंपनियों को देते हैं जो इनके डाटा को एनालाइज करती हैं और एनालाइज करने के बाद यह पता लगाती हैं  की कितने लोग ऐसे  हैं जो इनके काम आ सकते हैं तो उनकी लिस्ट बनाई जाती है उनके मोबाइल नंबर दिए जाते हैं और उनको कॉल करके थर्ड पार्टी कंपनी से यह बुलवाया जाता है कि आप इस पार्टी को वोट दें लेकिन यह बात भी डायरेक्ट नहीं बोली जाती यह भी बात घुमा फिरा कर बोली जाती है 







तुम्हारा यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद

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